भर दे रे – श्याम झोली भर दे, ना बहलाओ बातों में
इस भजन में श्याम की महिमा का गुणगान किया गया है और उनसे आशीर्वाद की प्रार्थना की गई है।
यह भजन श्री कन्हैया मित्तल जी की अद्भुत आवाज में गाया गया है। इस भजन में भक्त भगवान श्याम से अपनी झोली भरने की प्रार्थना कर रहा है। हर पंक्ति में भगवान श्याम के प्रति उसकी अटूट श्रद्धा और विश्वास झलकता है। भजन की सुंदरता इसके सरल और हृदयस्पर्शी बोलों में है, जो सीधे श्रोता के दिल को छू लेते हैं।
भर दे रे – श्याम झोली भर दे, ना बहलाओ बातों में एक अत्यंत प्रेरणादायक और भक्तिमय भजन है। इसे सुनकर श्रोता भगवान श्याम के प्रति अपनी श्रद्धा और विश्वास को और भी मजबूत कर सकते हैं। श्री कन्हैया मित्तल जी की मधुर आवाज इस भजन को और भी खास बना देती है।
आशा है कि यह भजन आपकी भक्ति को और भी प्रगाढ़ बनाएगा और आपको भगवान श्याम का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
भजन के बोल (Bhar De Re Shyam Jholi Bhar De Lyrics):
“भर दे रे श्याम झोली भर दे,
भर दे, ना बहलाओ बातों में,
ना बहलाओ, बातों में।।
नादान है अनजान है,
श्याम तू ही मेरा भगवान है,
तुझे चाहूं तुझे पाऊं,
मेरे दिल का यही अरमान है,
पढ़ ले रे श्याम दिल की पढ़ ले,
सब लिखा है आंखों में,
भर दे रे श्याम झोली भर दे।।
दिन बीते बीती रातें,
अपनी कितनी हुई रे मुलाकातें,
तुझे जाना पहचाना,
तेरे झूठे हुए रे सारे वादे,
भूले रे श्याम तुम तो भूले,
क्या रखा है बातों में,
भर दे रे श्याम झोली भर दे।।
मेरी नैया ओ कन्हैया,
पार कर दे तू बनके खिवैया,
मैं तो हारा, गम का मारा,
आजा आजा ओ बंशी के बजैया,
ले ले रे श्याम अब तो ले ले,
ले ले, मेरा हाथ हाथों में,
भर दे रे श्याम झोली भर दे।।
मैं हूं तेरा तू है मेरा,
मैंने डाला तेरे दर पे डेरा,
मुझे आस है विश्वास है,
श्याम भर देगा दामन तु मेरा,
झूमे रे श्याम ‘नन्दू’ झूमे,
झूमे, तेरी बांहों में,
भर दे रे श्याम झोली भर दे।।
भर दे रे श्याम झोली भर दे,
भर दे, ना बहलाओ बातों में,
ना बहलाओ, बातों में।।”